एक लाख से अधिक सपनों को मिला पक्का आसरा — महासमुंद बना प्रदेश का ‘मॉडल जिला’।
महासमुंद, 28 नवंबर 2025। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के क्रियान्वयन में महासमुंद जिले ने इतिहास रच दिया है। वर्ष 2016 से 2024-25 तक की अवधि में जिले ने 1 लाख 36 आवासों का निर्माण पूरा कर राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ के किसी भी जिले द्वारा हासिल की गई अब तक की सबसे बड़ी सफलता है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और छत्तीसगढ़ सरकार के कुशल प्रबंधन के साथ यह योजना उन परिवारों का सपना पूरा कर रही है, जिनके सिर पर कभी स्थायी छत नहीं थी। महासमुंद का यह प्रदर्शन साबित करता है कि “सबका साथ–सबका विकास–सबका विश्वास” केवल नारा नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत बन चुका है।
जिले के कलेक्टर विनय लंगेह, जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार और पंचायत-ग्रामीण विकास विभाग की टीम के सामूहिक प्रयासों ने इस उपलब्धि को गति दी। लगातार फील्ड मॉनिटरिंग, गुणवत्ता की जांच और पूरी पारदर्शिता इस सफलता की नींव रही। जिले को कुल 1,29,000 आवासों का लक्ष्य मिला था, जिनमें से शेष आवासों का निर्माण तेजी से जारी है और प्रशासन ने जल्द ही शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का विश्वास जताया है।
पक्के घर पाकर लाभार्थियों की खुशियों का ठिकाना नहीं।
ग्राम बरेकेल कला की अंगूरी बाई ने भावुक होकर कहा कि कच्चे मकान के कठिन दिनों से अब उन्हें मुक्ति मिल गई है। बारिश के पानी और गर्मी की परेशानियों से लड़ते हुए जिन सपनों को उन्होंने वर्षों संजोया था, आज वे पूरे हो गए हैं।
वहीं श्रीमती शिवबती ध्रुव ने बताया कि करीब 25 वर्षों से पक्के घर का सपना देखा था। प्रधानमंत्री आवास योजना ने वह सपना साकार कर दिया। अब बारिश में टपकन नहीं, गर्मियों में घुटन नहीं — बल्कि एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन का अहसास है।
ऐसे ही एक लाख से अधिक परिवार अब नए, सुरक्षित और पक्के घर में सुकून के साथ अपने जीवन की नई शुरुआत कर चुके हैं। महासमुंद जिले की यह उपलब्धि पूरे प्रदेश में प्रेरक उदाहरण बनकर उभरी है।
