धर्मान्तरण के चक्कर मे गई जान।
बागबाहरा // जिले के बागबाहरा विकासखंड के तेन्दुलोथा गांव में धर्मान्तरण का एक मामला सामने आया है जिसमें दो ईसाई महिलाओं द्वारा इलाज के नाम पर कर रहे झाड़ फूंक और अंधविश्वास के चलते एक व्यक्ति की मौत तक हो चुकी है ।जिसके खिलाफ अभी तक स्थानीय शासन और पुलिस प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का सख्ती नही दिखाया गया है ।आखिर ये धर्मान्तरण कब तक सहन करेगा हिन्दू समाज ! एक ओर जहां सनातन संस्कृति के बइगा-गुनिया,झाड़ फूंक और आयुर्वेदिक इलाज को अंधविश्वास साबित करके उसे समाप्त कर दिया और दूसरी ओर ईसाई मिशनरियों द्वारा इसी झाड़ फूंक को धर्मान्तरण और इलाज का माध्यम बनाया है ।बागबाहरा के बजरंगी भाइयों द्वारा को इस घटना का वीडियो भी बनाया गया और त्वरित 112 की टीम को इसकी सूचना दी गयी,112 टीम द्वारा उक्त घटना का मुआयना करके उच्च अधिकारियों को खबर दिया गया ।बागबाहरा पुलिस प्रशासन द्वारा मामले को गंभीरता से ना लेने के कारण नगरवासियों में भारी आक्रोश है ।सूचना मिलते ही बजरंगदल के जिला संयोजक और छ.ग शासन गौसेवा आयोग के जिला सदस्य गीतेश पण्डा जी,छ.ग शासन गौसेवा आयोग के पिथौरा विकासखंड अध्यक्ष और गौ क्रान्तिमन्च के जिलाध्यक्ष सौरभ अग्रवाल जी,छ.ग शासन गौसेवा आयोग के महासमुन्द विकासखंड के सदस्य एवं भा.ज.यु.मो. कार्यकर्ता राजा अग्रवाल जी,बजरंगदल के जिला सहसंयोजक विजय शर्मा जी,भा.ज.पा कार्यकर्ता नितेश पांडे जी,महासमुन्द प्रखंड संयोजक ऋषि ध्रुवंशी जी,नितिन जी के उपस्थिती में बागबाहरा के कार्यकर्ताओं की रात्रि 10 बजे बैठक ली गयी और उक्त मामले की कार्यवाही की जानकारी के लिए बागबाहरा थाने गए ।
