चंद्रपाल डड़सेना शासकीय महाविद्यालय, पिथौरा में “जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला।
महासमुंद (पिथौरा)// चंद्रपाल डड़सेना शासकीय महाविद्यालय, पिथौरा के प्राचार्य डॉ एस एस तिवारी के निर्देशन में “जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत " विषय पर एक दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर मां भारती, रानी दुर्गावती, बिरसा मुंडा, शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं स्थानीय समुदाय को जनजातीय समाज की समृद्ध परंपरा, मूल्यों और सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराना था। कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस एस तिवारी द्वारा की गई। मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित श्री रिंकु बैरागी जी ने जनजातीय समाज की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, सामाजिक संरचना, जीवन-शैली, आध्यात्मिक विश्वासों तथा उनके प्रकृति-आधारित ज्ञान-विज्ञान पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि जनजातीय समाज केवल इतिहास का हिस्सा नहीं है, बल्कि वर्तमान में भी अपनी गहरी सांस्कृतिक जड़ों व जीवन मूल्यों के साथ समाज को प्रेरित करता है। उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों को विद्यार्थी जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम में श्री सतीश ध्रुव ने भी जनजातीय समाज के योगदान पर अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को आरआरआर फिल्म का कोमडुम भीमुड़ो गीत व बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र का चलचित्र दिखाया गया। अंत में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री रिंकु बैरागी को प्राचार्य द्वारा मोमेंटो व शाल एवं डॉ एस एस दीवान द्वारा पीला साफा व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के आईक्यूएसी प्रभारी डॉ सीमा अग्रवाल, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी शेखर कानूनगो, रेड रिबन प्रभारी सुश्री टीकेश्वरी, श्रीमती सुमन पटेल , जितेन्द्र पटेल, डॉ मुकेश्वर सोनवानी, डॉ कपिल चंद्रा, राकेश तिवारी, योगेश पटेल, लक्ष्मण साहू, दुष्यंत धृतलहरे, श्रीमती रोशनी ध्रुव, तनमित कौर, सुश्री सुनीता पटेल, एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन बी एस विशाल द्वारा किया गया।
