भारत के तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रम खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं: हरदीप सिंह पुरी

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कहा कि भारत ने खेलों के लिए अपनी नीतिगत प्राथमिकता और सार्वजनिक निवेश बढ़ाया है। मंत्री महोदय ने ज़ोर देकर कहा, "इस संबंध में, भारत के तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रमों ने अग्रणी भूमिका निभाई है।"

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय : मंत्री महोदय राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड (पीएसपीबी) द्वारा दिल्ली सॉकर एसोसिएशन और सुदेवा अकादमी के सहयोग से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। 29 अगस्त को भारत का राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है क्योंकि यह भारतीय हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की जयंती है। पीएसपीबी की सदस्य सचिव सुश्री सबीना चौधरी और सुदेवा दिल्ली एफसी के अध्यक्ष श्री अनुज गुप्ता ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।


भारत के खेल क्षेत्र में आए बदलाव पर प्रकाश डालते हुए, श्री पुरी ने कहा, "2014 के बाद, भारत को एक 'खेल राष्ट्र' बनाने के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं। अब होनहार युवाओं को न केवल वित्त पोषण के मामले में, बल्कि पोषण, खेल विज्ञान और कोचिंग सहित संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में भी, उच्च स्तरीय सफलता प्राप्त करने के लिए भरपूर समर्थन मिल रहा है।"


उन्होंने कहा कि संसद के पिछले सत्र में, जो केवल एक सप्ताह पहले ही संपन्न हुआ है, ऐतिहासिक राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025 पारित किया गया है, जिसका उद्देश्य खेल महासंघों और निकायों के प्रशासनिक ढांचे में सुधार करना है - जिससे जवाबदेही बढ़ेगी।


मंत्री महोदय ने कहा, "परिणाम इन परिवर्तनकारी नीतियों की सफलता को दर्शाते हैं। पिछले दस वर्षों ने यह साबित कर दिया है: 2023 एशियाई खेलों और 2024 पैरा एशियाई खेलों में, हमने क्रमशः 107 और 29 पदक (7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य) के रिकॉर्ड हासिल किए।"


पीएसपीबी के योगदान को स्वीकार करते हुए, श्री पुरी ने कहा, "इस परिवर्तन को सुनिश्चित करने में मदद करने वाले कई हितधारकों में, पीएसपीबी का विशेष उल्लेख किया जाना चाहिए, जो देश में सबसे बड़े खेल संवर्धन निकायों में से एक है, जिसमें 16 सदस्य संगठन शामिल हैं, तथा यह 19 खेल विधाओं में प्रतियोगिताओं का समर्थन और आयोजन करता है।"


दशकों से, पीएसपीबी के एथलीटों ने लगातार भारत का नाम रोशन किया है। 151 राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पीएसपीबी के खिलाड़ी रहे हैं। इनमें 3 पद्म भूषण, 13 पद्म श्री, 10 मेजर ध्यानचंद खेल रत्न, 1 द्रोणाचार्य पुरस्कार, 7 ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और 117 अर्जुन पुरस्कार विजेता शामिल हैं।


मंत्री महोदय ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले में खेलों को बढ़ावा देने में पीएसपीबी की भूमिका पर भी प्रकाश डाला – यह ज़िला उन्होंने आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम के तहत गोद लिया है। उन्होंने कहा, "पीएसपीबी ने तीरंदाज़ी प्रतियोगिताएँ आयोजित करके और इस खेल को बढ़ावा देकर ज़िले की उत्कृष्ट खेल प्रतिभाओं को निखारा है। अब, हम अगले साल सोनभद्र में एक नौकायन प्रतियोगिता आयोजित करने और एक जल क्रीड़ा प्रशिक्षण केंद्र के निर्माण में सहयोग देने की योजना बना रहे हैं – ये ऐसी पहल हैं जो भारत के उभरते खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करेंगी।"


अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री पुरी ने कहा, "मैं इस कार्यक्रम में आकर बहुत प्रसन्न हूं, जिसे पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड दिल्ली सॉकर एसोसिएशन के साथ मिलकर आयोजित कर रहा है।"

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